वैज्ञानिकों ने दुनिया के सबसे बड़े कीड़े का चेहरा किया पुनः निर्मित: 300 मिलियन वर्ष पुराने जीव का खुलासा
अर्थ्रोपलूरा: सबसे बड़े कीड़ों में से एक
नवीनतम शोध से पता चला है कि अर्थ्रोपलूरा नामक विशालकाय कीड़ा, जो लगभग 9 फीट लंबा था और दर्जनों पैरों वाला था, अब तक के सबसे बड़े कीड़ों में से एक हो सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह शायद एक विशाल विलुप्त समुद्री बिच्छू के बाद दूसरे स्थान पर आता है।
पूरे संरक्षित जीवाश्मों से मिला जीव का सिर
इस जीव के अधिकांश जीवाश्म सिर के बिना होते हैं, क्योंकि ये अपने बढ़ने के दौरान अपने सिर से बाहर निकलते थे, जिससे सिर का हिस्सा पीछे छूट जाता था। लेकिन अब, वैज्ञानिकों ने पूरे संरक्षित अवशेषों का अध्ययन कर इसके सिर का एक सटीक मॉडल तैयार किया है।
अद्वितीय सिर की संरचना
शोध से पता चला है कि अर्थ्रोपलूरा का सिर आधुनिक मिलिपीड (सहस्त्रपाद) के शरीर और सेंटीपीड (सौपद) के सिर का मिश्रण था। इसका सिर गोल था, जिसमें घंटी के आकार की एंटीना, केकड़े जैसी आँखें, और पत्तियों और छाल को पीसने के लिए एक छोटा सा मुँह था।
फॉसिल अध्ययन ने किया खुलासा
फ्रांस के कोयला क्षेत्र में पाए गए 1980 के दशक के जीवाश्मों का सीटी स्कैन के माध्यम से अध्ययन किया गया। इस तकनीक ने शोधकर्ताओं को सिर के छिपे हुए हिस्सों को बिना नुकसान पहुँचाए जांचने की अनुमति दी। ये जीवाश्म 6 सेंटीमीटर के छोटे आकार के थे, लेकिन ये वयस्क अर्थ्रोपलूरा के सिर की संरचना को समझने में मददगार साबित हुए।
विलुप्त विशालकाय कीड़ों की विरासत
300 मिलियन साल पहले के इस विशालकाय कीड़े के अध्ययन ने वैज्ञानिकों को इसके जीवन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी हैं। शोधकर्ता इसे अब तक के सबसे बड़े कीड़ों में से एक मानते हैं, जिससे यह पृथ्वी के इतिहास में प्राचीन विशाल जीवों की एक महत्वपूर्ण कड़ी बनता है।
यह खोज विज्ञान के क्षेत्र में एक नया अध्याय खोल रही है और पृथ्वी के पुराने जीवन के बारे में हमारी समझ को और गहरा करती है।