मस्तिष्क को हल्का विद्युत प्रवाह देने वाला उपकरण
दवाओं और थेरेपी से असफल डिप्रेशन का इलाज: मस्तिष्क को हल्का विद्युत प्रवाह देने वाला उपकरण साबित हो रहा है प्रभावी
घर पर की गई नई डिवाइस द्वारा डिप्रेशन का इलाज दिखा रहा है प्रभावशाली परिणाम
दवाओं और थेरेपी का असर नहीं दिखाने वाले डिप्रेशन के मामलों में एक नई डिवाइस, जो मस्तिष्क को हल्का विद्युत प्रवाह देती है, प्रभावी साबित हो रही है। हाल ही में 150 से अधिक लोगों पर किए गए एक दूरस्थ नैदानिक परीक्षण में पाया गया कि एक स्विमिंग कैप जैसी दिखने वाली इस डिवाइस का उपयोग घर पर किया जा सकता है, और यह डिप्रेशन के इलाज में कारगर साबित हो रही है।
ट्रांसक्रेनियल डायरेक्ट करंट स्टिमुलेशन (tDCS): मस्तिष्क को बिना दर्द के उत्तेजित करने वाली तकनीक
इस गैर-आक्रामक उपचार को ट्रांसक्रेनियल डायरेक्ट करंट स्टिमुलेशन (tDCS) कहा जाता है। इसमें मस्तिष्क के उन क्षेत्रों को उत्तेजित किया जाता है जो मूड को नियंत्रित करते हैं। डिवाइस के माध्यम से खोपड़ी पर लगे इलेक्ट्रोड से हल्का विद्युत प्रवाह दिया जाता है, जो बिल्कुल दर्द रहित होता है। यह उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण साबित हो रही है जो एंटीडिप्रेसेंट दवाओं और साइकोथेरेपी का लाभ नहीं उठा पाए हैं।
10 सप्ताह के उपचार के बाद डिप्रेशन के लक्षणों में दिखा सुधार
21 अक्टूबर को Nature Medicine में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, 10 सप्ताह के नियमित tDCS उपचार के बाद, उपचार समूह के प्रतिभागियों के डिप्रेशन लक्षणों में नियंत्रक समूह की तुलना में अधिक सुधार देखा गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि 45% प्रतिभागियों ने या तो डिप्रेशन से राहत पाई या उनके लक्षणों में काफी कमी आई।
मस्तिष्क के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर असर
इस उपचार में मस्तिष्क के डोर्सोलेटरल प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स को लक्षित किया गया, जो निर्णय लेने और मूड से संबंधित होता है। अध्ययन के सह-लेखक सिंथिया फू के अनुसार, “tDCS का हल्का विद्युत प्रवाह मस्तिष्क कोशिकाओं को सक्रिय करने में मदद करता है।”
व्यक्तिगत उपचार की आवश्यकता
हालांकि परिणाम उत्साहजनक हैं, लेकिन tDCS हर व्यक्ति के लिए काम नहीं करता। पिछले शोध में यह पाया गया कि कुछ लोगों में tDCS के असर नहीं दिखे। विशेषज्ञों का मानना है कि विभिन्न लोगों को अलग-अलग विद्युत प्रवाह की आवश्यकता हो सकती है, और भविष्य के अध्ययन इस दिशा में गहराई से अध्ययन करेंगे।
भविष्य में tDCS तकनीक में और सुधार की उम्मीद
हालांकि तीन दशक पहले यह सोचना मुश्किल था कि हल्का विद्युत प्रवाह मस्तिष्क पर कोई प्रभाव डाल सकता है, आज यह सिद्ध हो चुका है कि यह मस्तिष्क की गतिविधियों को प्रभावित करता है। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि यह तकनीक जल्द ही क्लिनिकल उपचार के लिए मुख्यधारा में आ सकती है।