बोइंग और यूनियन के बीच हड़ताल खत्म करने के लिए नई अनुबंध
बोइंग और यूनियन के बीच हड़ताल खत्म करने के लिए नई अनुबंध पर अस्थायी समझौता
मुख्य समाचार:
बोइंग कंपनी और 33,000 हड़ताली कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनियन के बीच एक नए अनुबंध पर अस्थायी समझौता हो गया है। इस समझौते में व्हाइट हाउस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जो अमेरिका के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक पर पड़े काम बंदी के प्रभाव को खत्म करने के लिए किया गया।
वेतन वृद्धि और बोनस की पेशकश:
सिएटल में रात भर चले वार्ता के बाद तय किए गए प्रस्ताव में अगले चार वर्षों में 35% वेतन वृद्धि, हर साल कम से कम 4% का गारंटीकृत बोनस और यदि कर्मचारी अनुबंध को मंजूरी देते हैं तो अतिरिक्त ₹7,000 का बोनस शामिल है। इस समझौते पर 23 अक्टूबर को रत्निकरण वोट होगा।
लंबी बातचीत का संभावित अंत:
यह समझौता एक लंबे गतिरोध को समाप्त करता है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच गलतफहमियाँ और आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति बनी हुई थी। व्हाइट हाउस ने श्रम सचिव जूली सू को सिएटल भेजा, जिन्होंने यूनियन और बोइंग के नए सीईओ केली ओर्टबर्ग के साथ कई बार बैठकें कीं, जिससे इस गतिरोध को समाप्त करने में मदद मिली।
बाइडेन प्रशासन का समर्थन:
व्हाइट हाउस ने कहा, “राष्ट्रपति बाइडेन का मानना है कि सामूहिक सौदेबाजी की प्रक्रिया श्रमिकों के लिए सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने का तरीका है, और अंतिम निर्णय यूनियन श्रमिकों के हाथ में होगा।”
सीईओ के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण:
यह समझौता बोइंग के नए सीईओ केली ओर्टबर्ग के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो अगस्त में कंपनी में शामिल हुए थे और जिन्हें कंपनी के संचालन को पुनः व्यवस्थित करने का कार्य सौंपा गया था। 23 अक्टूबर को जब कंपनी अपनी तीसरी तिमाही के परिणाम जारी करेगी, तब ओर्टबर्ग विश्लेषकों और निवेशकों को संबोधित करेंगे।
पहले प्रस्ताव की अस्वीकृति:
हालांकि यह समझौता एक बड़ा कदम है, यह जरूरी नहीं है कि सभी कर्मचारी इसे मान लें। पिछले महीने जब पहला प्रस्ताव मतदान के लिए लाया गया था, तब कर्मचारियों ने उसे भारी बहुमत से खारिज कर दिया था। इसके बाद, बोइंग ने वेतन वृद्धि को बढ़ाकर दो बार नए प्रस्ताव दिए, जिसमें हाल का प्रस्ताव 10 प्रतिशत अंक से ज्यादा है।
बोइंग पर बढ़ता दबाव:
हड़ताल के छठे सप्ताह में प्रवेश के साथ बोइंग, उसके आपूर्तिकर्ता और हड़ताली कर्मचारी सभी पर दबाव बढ़ता जा रहा है। 13 सितंबर से शुरू हुई इस हड़ताल ने बोइंग के 737 मैक्स, 767 और 777 विमान असेंबली लाइन को बंद करने के लिए मजबूर कर दिया है।
बोइंग अपने कार्यबल में 10% की कटौती करने की योजना बना रहा है, जो ओर्टबर्ग के नेतृत्व में व्यापक पुनर्संरेखण का पहला कदम है। इसके अलावा, आपूर्ति श्रृंखला में भी दर्द महसूस किया जा रहा है, जैसे कि स्पिरिट एयरोसिस्टम्स होल्डिंग्स इंक ने 767 और 777 कार्यक्रमों के लिए 700 कर्मचारियों को निकालने की चेतावनी दी है।
श्रमिकों की नाराजगी:
यह हड़ताल बोइंग में 16 वर्षों में पहली बड़ी श्रमिक अशांति है। घंटे के हिसाब से काम करने वाले श्रमिक 40% वेतन वृद्धि और बेहतर रिटायरमेंट लाभ की मांग कर रहे हैं, खासकर पिछले दशक में मिले कम वेतन वृद्धि के प्रति उनकी नाराजगी बढ़ी है, जबकि वरिष्ठ अधिकारियों को बड़े बोनस दिए गए हैं।
नई योजना:
इस समझौते ने कर्मचारियों की कई चिंताओं का समाधान किया है, हालांकि यह बोइंग की डिफाइंड-बेनेफिट पेंशन योजना को फिर से लागू नहीं करता है, जो कुछ श्रमिकों के लिए एक संभावित मुद्दा हो सकता है। इसके बजाय, कंपनी ने कर्मचारियों की रिटायरमेंट बचत योजनाओं में योगदान बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। बोइंग सभी पात्र कर्मचारियों के 401(k) प्लान में ₹5,000 का एकमुश्त योगदान करेगा और उनके वेतन के 8% तक के योगदान को पूरा करेगा।