208.5 मिलियन साल पुराने डायनासोर स्टॉरिकोसॉरस की खोज को गूगल डूडल ने दी विशेष श्रद्धांजलि
गूगल डूडल ने 19 अक्टूबर को स्टॉरिकोसॉरस की खोज को किया सम्मानित
19 अक्टूबर को गूगल ने एक रंगीन और आकर्षक डूडल के जरिए 208.5 मिलियन साल पुराने डायनासोर स्टॉरिकोसॉरस की खोज का जश्न मनाया। यह डायनासोर प्रारंभिक थेरोपॉड डायनासोर में से एक था, जिसने महान सरीसृपों के विकास पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला था।
गूगल डूडल ने दिखाया स्टॉरिकोसॉरस का तेज़ और फुर्तीला रूप
इस एनिमेटेड डूडल में स्टॉरिकोसॉरस को एक प्राचीन वातावरण में दौड़ते हुए दिखाया गया है। इसमें उसके तेज़ गति, लंबी पूंछ, और दो पैरों पर खड़े होने की खासियत को उजागर किया गया है। इसके साथ ही, इसकी तेज़ धारदार दांतों को भी दिखाया गया है, जो इसे मांसाहारी होने का संकेत देते हैं।
1936 में ब्राज़ील में हुआ था स्टॉरिकोसॉरस का महत्वपूर्ण खोज
1936 में, जीवाश्म विज्ञानी लेवेलिन आइवर प्रिंस ने ब्राज़ील के दक्षिणी हिस्से में स्थित सांता मारिया फॉर्मेशन में स्टॉरिकोसॉरस का महत्वपूर्ण जीवाश्म खोजा। इस खोज ने डायनासोर के विकास को समझने में अहम भूमिका निभाई। वैज्ञानिकों ने रेडियोकार्बन डेटिंग विधि का उपयोग करके यह निर्धारित किया कि यह डायनासोर 225 मिलियन साल पहले त्रैसिक युग के अंत में जीवित था।
दो पैरों पर चलने वाला शिकारी: स्टॉरिकोसॉरस के शारीरिक और व्यवहारिक गुण
स्टॉरिकोसॉरस का आकार उस युग के हिसाब से बड़ा था। इसकी लंबाई करीब 2 मीटर और वजन लगभग 30 किलोग्राम था। इसके लंबे और पतले अंगों के आधार पर यह माना जाता है कि यह डायनासोर एक तेज़ शिकारी था, जो अपने शिकार को आसानी से पकड़ सकता था। इसका दो पैरों पर चलने का तरीका और लंबी पूंछ इसे और भी अनूठा बनाते हैं।
डायनासोर के विकास की गाथा में स्टॉरिकोसॉरस की भूमिका
स्टॉरिकोसॉरस की खोज ने डायनासोर के प्रारंभिक विकास की पहेली को सुलझाने में वैज्ञानिकों की मदद की है। इसके जीवाश्म का अध्ययन करके, पेलियोन्टोलॉजिस्ट ने डायनासोर के शुरुआती उद्भव और उनके असाधारण जीवन के बारे में नई जानकारियां प्राप्त की हैं।