कमजोर Q2 नतीजों के बाद RBL बैंक के शेयरों में 14.5% की भारी गिरावट
नतीजों के बाद ब्रोकरेज ने घटाए टारगेट प्राइस
आरबीएल बैंक के शेयर सोमवार, 21 अक्टूबर को 14.5% की गिरावट के साथ 16 महीने के निचले स्तर ₹175.50 पर पहुंच गए। यह गिरावट बैंक के कमजोर सितंबर तिमाही के नतीजों के कारण आई, जिसमें असुरक्षित क्रेडिट सेगमेंट में चुनौतियाँ सामने आईं। नतीजों की निराशा के बाद कई ब्रोकरेज ने बैंक के शेयरों के टारगेट प्राइस में कटौती की।
नेट प्रॉफिट में 24% की गिरावट
शनिवार को घोषित नतीजों के अनुसार, आरबीएल बैंक का स्टैंडअलोन शुद्ध मुनाफा 24% साल-दर-साल (YoY) और 40% तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) घटकर ₹223 करोड़ हो गया। यह गिरावट एनालिस्ट्स की उम्मीदों से कम रही, जिसमें मुख्य कारण माइक्रोफाइनेंस डिस्ट्रीब्यूशन में कमी, क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में अधिक स्लिपेज, और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में कमी बताई जा रही है।
बढ़ते प्रावधानों ने बढ़ाई चिंता
हालांकि बैंक का प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPoP) 20.6% YoY और 19.6% QoQ बढ़कर ₹923 करोड़ हुआ, लेकिन प्रावधान 69% बढ़कर ₹640 करोड़ हो गए, जो पिछली तिमाही में ₹366 करोड़ थे। इसके पीछे मुख्य कारण क्रेडिट कार्ड और माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में अधिक स्लिपेज थे।
ब्रोकरेज ने घटाए टारगेट प्राइस
- JP Morgan ने आरबीएल बैंक के लिए टारगेट प्राइस घटाकर ₹225 कर दिया और ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी।
- Citi ने भी टारगेट प्राइस घटाकर ₹255 किया और बैंक के ROA व ROE को उम्मीद से कम बताया।
- Investec ने अपनी रेटिंग ‘बाय’ से घटाकर ‘होल्ड’ कर दी और टारगेट प्राइस ₹300 से घटाकर ₹230 कर दिया।
ग्कुछ ब्रोकरेज्स ने दिए सकारात्मक संकेत
वहीं, Centrum Broking ने RBL बैंक पर अपनी ‘बाय’ रेटिंग को बनाए रखा और टारगेट प्राइस ₹291 तय किया। सेंट्रम का मानना है कि शेयर की कीमत में गिरावट के बावजूद, बैंक की दीर्घकालिक रणनीति में सुधार की संभावना है।
भविष्य की उम्मीदें
सेंट्रम ने उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में बैंक का ROA लगभग 1.1% तक सुधार सकता है, खासकर अगर ब्याज दरों में कटौती होती है और माइक्रोफाइनेंस व क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में रिकवरी होती है।