सुजी बेट्स का ‘माइकल जॉर्डन मोमेंट’
सुपरस्टार सुजी बेट्स के आखिरी ओवर से न्यूज़ीलैंड ने किया वेस्टइंडीज को चौंकाया, फाइनल में किया प्रवेश
न्यूज़ीलैंड की कप्तान का साहसिक फैसला
शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए रोमांचक सेमीफाइनल मैच में, कप्तान सोफी डिवाइन के सामने आखिरी ओवर में गेंदबाज़ी को लेकर एक चुनौती थी। टीम की अनुभवी खिलाड़ी सुजी बेट्स ने खुद गेंदबाज़ी का ज़िम्मा उठाने की पेशकश की और यह फैसला निर्णायक साबित हुआ।
सुजी बेट्स का ‘माइकल जॉर्डन मोमेंट’
बेट्स, जो हालिया 13 T20I मैचों में गेंदबाज़ी नहीं कर रही थीं, ने वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी ओवर में 14 रन बचाने की चुनौती को स्वीकार किया। पहले ही गेंद पर चार रन पड़ने के बाद, उन्होंने अपनी अनुभव का लाभ उठाते हुए दूसरी गेंद पर ज़ैदा जेम्स को आउट किया। आखिरी ओवर की कमान संभालते हुए, बेट्स ने मैच को न्यूज़ीलैंड के पक्ष में मोड़ दिया, जिससे टीम फाइनल में पहुंची।
इडन कार्सन और अमेलिया केर का शानदार प्रदर्शन
न्यूज़ीलैंड की युवा स्पिन ब्रिगेड, खासकर इडन कार्सन और अमेलिया केर, ने मैच में वेस्टइंडीज को शुरुआती झटके देकर बैकफुट पर धकेला। कार्सन ने अपनी पॉवरप्ले गेंदबाज़ी से टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, वहीं केर ने वेस्टइंडीज की डिएंड्रा डॉटिन को आउट कर मैच का पासा पलट दिया।
वेस्टइंडीज की वापसी की कोशिशें नाकाम
डॉटिन ने एक समय मैच को वेस्टइंडीज की ओर मोड़ने का प्रयास किया, लेकिन केर और बेट्स के शानदार गेंदबाज़ी प्रदर्शन ने उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया। न्यूज़ीलैंड की सटीक रणनीति और अंतिम ओवर में बेट्स के शानदार प्रदर्शन ने वेस्टइंडीज को 8 रनों से मात दी।
निष्कर्ष :
यह जीत न्यूज़ीलैंड के लिए बड़ी उपलब्धि है, जिसने पिछले कई मुकाबलों में लगातार हार का सामना किया था। सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन कर टीम ने दिखाया कि कठिन समय में भी टीम वर्क और सही रणनीति से बड़े मुकाबलों में जीत हासिल की जा सकती है। अब न्यूज़ीलैंड का सामना फाइनल में साउथ अफ्रीका से होगा, जहां वे अपनी पहली विश्व कप ट्रॉफी के लिए उतरेंगे।